पंजाब (राहुल अग्रवाल) :- पंजाब में पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश ने कहर बरपाया हुआ है। 10 जिले बाढ़ के कारण बुरी तरह प्रभावित हैं। पहाड़ों से आ रहे पानी का भार झेलने के लिए बांधों की स्टोरेज क्षमता कम पड़ने लगी है। साल दर साल बाढ़ की चुनौती बढ़ रही है। इस समय पठानकोट, गुरदासपुर, होशियारपुर, कपूरथला, जालंधर, फिरोजपुर, फाजिल्का, अमृतसर, तरनतारन और मोगा में हालात काफी चिंताजनक बने हुए हैं वहीं देर रात रोपड़ हैडवर्कस से फिल्लौर में पानी छोड़ा गया। वहीं शनि मंदिर में 2 फीट तक पानी घुस गया है। लगातार हो रही बारिश से हालात खराब होने शुरू हो गए है। जानकारी के अनुसार गांव में पानी 8 फीट तक भर गया है और रास्ता बंद कर दिया गया है। दूसरी ओर प्रशासन द्वारा दरिया के पास रहने बसने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जा गया है। घरों को अब खाली करवा दिया गया है। लेकिन आज फिल्लौर में पानी का स्तर काफी बढ़ गया है।हालांकि प्रशासन द्वारा लगातार हालातों का जायजा लिया जा रहा है। वहीं डिप्टी कमिश्नर हिमांशु अग्रवाल का मानना है कि फिल्लौर से लेकर शाहकोट और लोहिया तक बाढ़ के हालात भी बन सकते हैं। हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि बहुत जगह धुस्सी बांधों के टूटने से भी नुकसान में इजाफा हुआ है। इनके निर्माण और मुरम्मत पर भी अधिक ध्यान देने की जरूरत है।