जालंधर (राहुल अग्रवाल) :-जालन्धर शिरोमणि अकाली दल में नेताओं की बगावत जारी है। इसी बगावत को देखते हुए अकाली दल ने जालंधर उपचुनाव में सुरजीत कौर से समर्थन वापिस लेने का फैसला किया है। पार्टी ने खुद को सुरजीत कौर से अलग कर लिया है। इसका मतलब साफ है कि जालंधर उपचुनाव में अकाली दल सुरजीत कौर के लिए प्रचार नहीं करेगा।
अकाली दल ने यह फैसला सुरजीत कौर की बागी नेताओं के साथ नजीदीकियों के कारण लिया है। पार्टी का कहना है कि सुरजीत कौर को बागी नेताओं को मजबूत और पार्टी को कमजोर करने के लिए उन्हें उपचुनाव में उतारा गया था। जिस कारण ही पार्टी ने अब सुरजीत कौर से किनारा कर लिया है।
जालंधर के अकाली दल के प्रधान कुलदीप सिंह मन्नण ने कहा कि हमने उपचुनाव को लेकर सुरजीत कौर को नाम वापिस लेने के लिए कहा था। पर उन्होंने मना कर दिया, वह बागी नेताओं के हाथों में खेल रही हैं। हमारी राय लिए बिना ही उम्मीदवार घोषित किया गया था। उम्मीदवार बनाने के लिए किसी को भी भरोसे में नहीं लिया गया था।
वहीं इस मामले पर बागी नेता बीबी जागीर का कहना है कि पार्टी से बगावत हमने की है, उसमें उम्मदीवार का क्या कसूर। सुखबीर बादल सलाहकारों की गलत सलाह न लें, इन्होंने पार्टी को बर्बाद कर दिया है। क्योंकि पार्टी में झूठे लोग शामिल हो गए हैं।
आपको बता दें कि सुरजीत कौर को अकाली दल को जालंधर उपचुनाव में उतारने का फैसला पार्टी ने मीटिंग के बाद लिया था। इसके बाद 21 जून सुरजीत कौर ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था। इस दौरान बीबी जागीर कौर के साथ मिलकर अपना नामांकन पत्र भी भरा था।