दिल्ली में यमुना के जलस्तर का असर बड़े-बड़े इलाकों में दिखाई दिया। सुबह यमुना का जलस्तर 206 मीटर पार हुआ तो कई इलाके डूब गए लेकिन शाम होते ये जलस्तर 208 मीटर तक पहुंच गया। ऐसा लगता है कि दिल्ली में यमुना का बढ़ता जलस्तर सब कुछ डुबाने की फिराक में है। दिल्ली का सिविल लाइंस, यमुना बाजार, निगम बोध घाट, मोनेस्ट्री मार्केट, मजनू का टीला, वजीराबाद, गीता कॉलोनी और शाहदरा बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। लाल किले तक भी यमुना का पानी पहुंच गया है। निचले इलाकों से लोगों को निकाला गया है। सभी स्कूल-कॉलेज रविवार तक बंद कर दिए गए हैं। सरकारी दफ्तरों में वर्क फ्रॉम होम और प्राइवेट दफ्तरों के लिए भी एडवाइजरी जारी की गई है। वहीं एक दर्जन से ज्यादा NDRF टीम ग्राउंड में सक्रिय हैं। यह भी जानकारी दी कि अगले 24 घंटों में यमुना का जलस्तर कम होने की संभावना है।
वहीं अब दिल्ली पर पानी का ‘डबल प्रहार’ हो रहा है। एक तरफ दिल्ली बाढ़ और जलभराव से जूझ रही है तो दूसरी तरफ ITO के पास इलाके में धीमी बारिश शुरू हो गई है। ITO स्थित विकास भवन पर ड्रेन रेगुलेटर टूटने के चलते यमुना का पानी लगातार ITO में घुस रहा है। यहां हालात ये हो गए हैं कि पानी घुटनों तक जमा हो गया है। यहां से गुजरने वाले कई रास्ते बंद कर दिए गए हैं। राजघाट जाने वाली सड़क को भी रोक दिया गया है। रोड बंद होने के कारण लक्ष्मीनगर से ITO जाने वाली सड़क पर भारी ट्रैफिक जाम लग गया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 11 बजे ITO पर भरे यमुना के पानी और स्थिति का जायजा लेने जाएंगे। वहीं दिल्ली के बाढ़ नियंत्रण मंत्री सौरभ भारद्वाज का कहना है कि रातभर दिल्ली सरकार की टीमों ने WHO की बिल्डिंग के पास 12 नंबर ड्रेन के रेगुलेटर को सही करने की कोशिश की है। हालांकि फिर भी यमुना का पानी शहर में घुस रहा है। सरकार ने मुख्य सचिव को तुरंत एक्शन लेने के लिए कहा है।