जालंधर कैंट(राहुल अग्रवाल):- जालंधर कैंट के लाल कुर्ती में 28 सितंबर 2020 को एनआरआई के 17 साल के बेटे अरमान की हत्या करने वाले उसके नाबालिग दोस्त को उम्र कैद और 1.10 लाख रुपए जुर्माना की सजा सुनाई है। जुर्माना न देने पर 2 साल की और कैद काटनी होगी। हत्यारे के माता-पिता सरकारी टीचर हैं। कैंट के लाल कुर्ती में 28 सितंबर 2020 को उस समय सनसनी फैल गई थी, जब 17 साल के अरमान को उसके दादा ने खून से लथपथ हालत में शाम 4:30 बजे देखा।
दादा चिल्लाए तो मोहल्ले के लोग आ गए थे। अरमान को प्राइवेट अस्पताल में लेकर गए, मगर उसकी मौत हो चुकी थी। पुलिस ने खून से बने फिंगर और फुट प्रिंट देखे और इलाके में लगे सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले थे। अरमान का गढ़ा एरिया में रहता 17 साल का दोस्त जांच के दायरे में आया था। वह अरमान के घर से दौड़ता नजर आया था। पुलिस ने दोस्त को अरेस्ट कर लिया था। हत्यारे दोस्त ने कबूल किया था कि अरमान और वह एक ही स्कूल के स्टूडेंट थे। मुझे अपनी क्लासमेट से प्यार है, लेकिन वो लड़की अरमान के ज्यादा करीब थी। मुझे यह अच्छा नहीं लगता था। वह बाद दोपहर तीन बजे अरमान के घर लाल कुर्ती गया। अरमान को सोशल मीडिया पर डालने के लिए वीडियो बनाने के लिए उसे पहले कुर्सी से बांध दिया।
आंखों पर पट्टी बांधी और मुंह पर टेप लगा दी। फिर सिर पर बैट मार-मार अधमरा कर दिया था। वह मरा नहीं तो गला घोंट दिया। इसके बाद दौड़ गया था। दादा की शिकायत पर दर्ज हुआ था मामला। दादा अशोक कुमार वासी लाल कुर्ती ने बयान में कहा था कि उसके दो बेटे मनीष और दविंदर है। दविंदर फ्रांस में है। उसका एक बेटा अरमान (17) और बेटी भूमि (14) है। 28 सितंबर को बहू सुनीता पोती संग अपने मायके घर हिमाचल प्रदेश गई थी। दादा ने कहा कि उसने ही अरमान को खून से सनी हालत में देखा था। दादा की स्टेटमेंट पर थाना कैंट की पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की थी। पुलिस ने नाबालिग हत्यारे दोस्त को अरेस्ट ‘कर जेल भेज दिया था। जांच पूरी कर चार्जशीट फाइल कर दी।